Gupt Rog Causes | गुप्त रोगों के कारण :
पुरूषों के गुप्त रोग Gupt Rog और गलत आदतों की शुरुआत जिस आनन्द की आदत युवा अथवा बाल्यावस्था की भूल से हो जाती है, उसके फलस्वरूप वे गुप्त रोगों से ग्रस्त हो जातें हैं। अधिकाश गुप्त रोगों के शुरूवात 14 से 18 वर्ष की उम्र में हो जाता है। दुराचारी जनों के सम्पर्क में, जो लोग अश्लील बातों को करके,सम्भोग के आनन्द का सविस्तार वर्णन रोचक शब्दों में करतें है, निकट बैठाकर भोले भाले बच्चों को इस आनन्द की अनुभूति कराते है।
Some other causes of gupt rog | गुप्त रोगों के कुछ अन्य कारण :
विवाह होने पर वह पुरुष स्त्री से मैथुन भी नहीं कर पाता है। लिंग में साधारण उत्तेजना होती भी है, तो स्त्री के योनि में डालते ही पानी जैसा क्ष्राव हो जाता है और व हताश होकर अपने लिंग को बाहर निकाल लेता है। इसके बाद वह इस सम्बन्ध में काफी प्रयास करता है, किन्तु वह न तो खुद यौन सुख का आनन्द पाता है और न ही अपनी पत्नी को सुख दे पाता है।
उपचार के लिए संपर्क करें:
डी.एन.एस. आयुर्वेदा क्लिनिक
गोलागंज, लखनऊ
9918584999
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कभी – कभी लोग शर्म के मारे आत्महत्या तक कर लेते हैं। ऐसे रोगियों के पाचन संस्थान.मष्तिष्क, वीर्यवाहक नलियां, श्वशन नलियां आदि सभी दोषपूर्ण हो जाती है। लेकिन ऐसे रोगों से शिकार लोगों को घबराना नहीं चाहिए क्योंकि हर किसी रोग का कोई न कोई इलाज जरूर होता है। यहां पर हम भी घरेलू नुक्से बताएंगे, जिसको प्रयोग करने के बाद काफी हद तक रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन समस्या यदि बढ़ गयी है और घरेलू इलाज से कोई फ़ायदा न हो रहा हो तो किसी गुप्त रोग विशेषज्ञ से जरूर सम्पर्क करे ( शरमाये ज़रा भी नहीं )
स्वप्नदोष कैसे ठीक करें | How to cure nightfall :
स्वप्नदोष को Night Fall भी कहतें है। स्वप्नदोष एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और रात में स्वप्न के दौरान वीर्यपात या वीर्यस्खलन हो जाता है। वैसे यह प्रकिया पुरुषों में अधिक होती है परन्तु यह कुछ स्त्रियों में भी पाया जाता है जिसमें उनकी योनि चिपचिपी और गीली हो जाती है।
स्वप्नदोष, ज्यादातर उन पुरुषों में होता जो कि वास्तविक यौन सुख से बंचित होते है और ज्यादा समय तक सेक्स के बारे में ही बिचार करते रहते है। कभी-कभी स्वप्नदोष का होना कोई नुकसान की बात नहीं है लेकिन कुछ जवान पुरुषों में यह अत्यधिक हो जाता है जिसके कारण उनके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और वे दिनोदिन दुबले होते चले जातें है। Gupt Rog
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ऐसे लोगों को इलाज की आवश्यकता होती है। हालांकि बाजार में कई तरह की दवाएं उपलब्ध है परन्तु ज्यादातर इनसे कोई ख़ास फायदा नहीं होता है। लेकिन आप आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करके इसका इलाज आसानी से कर सकते हैं।
Home remedies for night fall | स्वप्नदोष के घरेलू उपाय:
आप स्वप्नदोष को दूर करने के लिये निम्न घरेलू उपाय कर सकते है आपको जरूर लाभ होगा…
1. आँवले का मुरब्बा रोज खाएँ ऊपर से गाजर का रस पिएँ।
2. तुलसी की जड़ के टुकड़े को पीसकर पानी के साथ पीना लाभकारी होता है। अगर जड़ नहीं उपलब्ध हो तो तो बीज 2 चम्मच शाम के समय लें।
3. लहसुन की दो कली कुचल कर निगल जाएँ। थोड़ी देर बाद गाजर का रस पिएँ।
4. मुलहठी का चूर्ण आधा चम्मच और आक की छाल का चूर्ण एक चम्मच दूध के साथ लें।
5. काली तुलसी के पत्ते 10-12 रात में जल के साथ लें।
6. रात को एक लीटर पानी में त्रिफला चूर्ण भिगा दें सुबह मथकर महीन कपड़े से छानकर पी जाएँ।
7. अदरक रस 2 चम्मच, प्याज रस 3 चम्मच, शहद 2 चम्मच, गाय का घी 2 चम्मच, सबको मिलाकर सेवन करने से स्वप्नदोष तो ठीक होगा ही साथ मर्दाना ताकत भी बढ़ती है।
8. नीम की पत्तियाँ नित्य चबाकर खाते रहने से स्वप्नदोष जड़ से गायब हो जाएगा।
उपरोक्त जो भी नुस्खा आप अपनाये उसे लगातार ६ माह तक इस्तेमाल करे जिससे आपको लाभ अवश्य मिलेगा। बीच में दवा छोड़ देने इसका लाभ बराबर नहीं मिलेगा।
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वीर्य पतला होने का कारण व घरेलू इलाज :
आजकल बहुत से ऐसे लोग हैं जिनका वीर्य पतला हो चूका है, पर घबराएं नहीं इसका इलाज घरेलू स्तर पर भी सम्भव है। आइए सबसे पहले ये जानते हैं कि किन कारणों से वीर्य पतला हो जाता है और उनका घरेलू इलाज क्या है।
Causes of semen thinness | वीर्य पतला होने का कारण :
गलत संगत में पड़कर वेश्यागमन करने, अत्यधिक सहवास करने, हस्तमैथुन की आदत का शिकार होने के कारण वीर्य में पतलापन आ जाता है। वीर्य का पतलापन वस्तुत: इस बात का प्रतीक है कि व्यक्ति का वीर्य कमजोर तथा निर्बल हो गया है। कामुक विचारों तथा अश्लील साहित्य को पढ़ने से अधिक उत्तेजना के कारण वीर्यपात हो जाता है। यह स्थिति भी यदि लगातार बनी रहे तो वीर्य पतला हो जाता है।
Symptoms of semen thinness | Gupt Rog | वीर्य पतला होने के लक्षण :
वीर्य का प्रमुख कार्य संतानोत्पत्ति है। यदि वीर्य पतला व कमजोर हो जाता है तो नपुंसकता के लक्षण प्रकट होने लगते हैं तथा संतानोत्पत्ति कर पाने में बाधा आती है। इसके अलावा भी हैं – जैसे शीघ्रपतन की समस्या का होना, इसलिए इसका उपचार करना जरूरी है। Gupt Rog
Home remedies for premature ejaculaton | शीघ्रपतन के लिए घर के अचूक नुस्खे :
शीघ्रपतन कोई रोग नहीं है बल्कि यह व्यक्ति की मानसिकता या फिर आदत का परिणाम होता है। सहवास के समय अपने दूसरे साथी के स्खलन होने से पूर्व ही वीर्यपात हो जाना शीघ्रपतन कहा जाता है। अर्थात स्त्री के संतुष्ट होने से पूर्व ही पुरुष का वीर्यपात हो जाना शीघ्रपतन कहा जाता है।
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Causes of premature ejaculation | कारण :
शीघ्रपतन का सबसे प्रमुख कारण पुरुष की मनोवृत्ति या आदत है। इसके अलावा यदि व्यक्ति हस्तमैथुन का आदी रहा हो तो भी वह शीघ्रपतन से पीड़ित हो जाता है। हस्तमैथुन करनेवाला व्यक्ति कामुक, उतावला, धैर्यहीन तथा जल्दबाज हो जाता है। इसलिए वह संभोग के समय धैर्य नहीं रख पाता और उसका वीर्यपात शीघ्र हो जाता है। कामुक चिंतन करने से भी व्यक्ति शीघ्रपतन का शिकार हो जाता है। थकान व कमजोरी तथा किसी रोग से ग्रस्त होने या आत्मविश्वास की कमी के कारण भी शीघ्रपतन हो जाता है।
उपचार के लिए संपर्क करें:
डी.एन.एस. आयुर्वेदा क्लिनिक
गोलागंज, लखनऊ
9918584999
Symptoms of premature ejaculation | लक्षण :
शीघ्रपतन का शिकार होने पर सहवास के समय वीर्यपात शीघ्र हो जाता है, और स्त्री संतुष्ट नहीं हो पाती।
Treatment of of premature ejaculation | Gupt Rog | उपचार :
1. जामुनः शीघ्रपतन को रोकने के लिए जामुन की गुठलियों को महीन चूर्ण की भांति पीस लें तथा सुबह-शाम ढाई-ढाई ग्राम मात्रा में दूध के साथ लें। नियमित एक माह तक इस प्रयोग को आजमाने के बाद यह रोग मिट जाएगा।
2. इमलीः शीघ्रपतन से पीड़ित पुरुषों के लिए इमली के बीज बहुत उपयोगी सिद्ध हुए हैं। इमली के बीजों को 4-5 दिन पानी में भिगोकर उसके बीजों की गिरी निकालकर चूर्ण बना लें। इसमें समान मात्रा में मिश्री मिला लें तथा दूध के साथ सेवन करें। इससे संभोग शक्ति बढ़ती है तथा वीर्य स्तंभन होता है। Gupt Rog
3. छुहाराः प्रतिदिन दो छुहारे खाने से शीघ्रपतन पर अंकुश लगता है।
4. ईसबगोलः ईसबगोल, खसखस का शरबत तथा मिश्री पांच-पांच ग्राम मात्रा में पानी में मिलाकर पीने से शीघ्र वीर्यपतन होना ठीक हो जाता है।
5. अदरक: आठ माशा सफेद प्याज का रस, छह माशा अदरक का रस, चार माशा शहद तथा तीन माशा शुद्ध घी को मिलाकर दो माह तक नित्य सेवन करते रहने से शीघ्रपतन नहीं होता।
6. आमः आम की मंजरी (बौर) को छाया में सुखाकर पीस-छान लें तथा ढाई-ढाई ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम लें। इससे शीघ्र वीर्यपतन होना समाप्त हो जाएगा तथा संभोगशक्ति बढ़ेगी।
7. आंवलाः आंवले का सेवन काफी लाभदायक है। नित्य एक आंवले का मुरब्बा खाएं
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है, यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है, अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से ज़रूर परामर्श करें, डी.एन.एस.आयुर्वेदा इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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