How to increase sperm count | इस गलती से पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी हो रही खराब

आज के दौर में, आधुनिक और सामाजिक रूप से सक्रिय ऐसे व्यक्ति की कल्पना करना असंभव है, जो मोबाइल या वाई-फाई वाले कंप्यूटर का इस्तेमाल नहीं करता हो। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का इस्तेमाल रात को करने से कई तरीकों से मनुष्य शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से उत्तेजित हो जाता है। जिससे उनकी नींद और सेहत पर असर पड़ सकता है। केवल यही नहीं, इससे उनके शुक्राणुओं की संख्या (Sperm count) भी प्रभावित हो सकती है। How to increase sperm count

उपचार के लिए आज ही नीचे दिए व्हाट्सप्प लिंक पर क्लिक करें

डी.एन.एस. आयुर्वेदा क्लिनिक

DNS Ayurveda Clinic 

वजीरगंज, गोलागंज, निकट क्रिश्चियन कॉलेज, लखनऊ, उत्तर प्रदेश – 226018

Whatsapp Us, gupt rog, Sexologist doctor in Lucknow, Sexologist doctor in Delhi, Sexologist doctor in near me, Sexologist doctor, in kanpur, Sexologist doctor in Varanasi, Sexologist doctor in Allahabad, Sexologist doctor in Faizabad, Sexologist doctor near me, Gupt Rog doctor near me, Gupt Rog doctor in Lucknow, Best Sexologist in Lucknow, Sexologist in Lucknow, Best Sexologist in UP, Sexologist in Lucknow, Sexologist in Charbagh Lucknow , सेक्सोलॉजिस्ट इन चारबाग़ लखनऊ, Sexologist in Gomti Nagar Lucknow , सेक्सोलॉजिस्ट इन गोमती नगर लखनऊ, Sexologist in Gonda , सेक्सोलॉजिस्ट इन गोंडा

Call Now, gupt rog, Sexologist doctor in Lucknow, Sexologist doctor in Delhi, Sexologist doctor in near me, Sexologist doctor in kanpur, Sexologist doctor in Varanasi, Sexologist doctor in Allahabad, Sexologist doctor in Faizabad, Sexologist doctor near me, Gupt Rog doctor near me, Gupt Rog doctor in Lucknow, Best Sexologist in Lucknow, Sexologist in Lucknow, Best Sexologist in UP, Sexologist in Lucknow , Sexologist in Charbagh Lucknow, सेक्सोलॉजिस्ट इन चारबाग़ लखनऊ, Sexologist in Gomti Nagar Lucknow , सेक्सोलॉजिस्ट इन गोमती नगर लखनऊ, Sexologist in Gonda, सेक्सोलॉजिस्ट इन गोंडा

 

पुरुषों मे प्रजनन क्षमता (Male infertility) कम होने या नपुंसकता (Impotence) के बड़ी संख्या में बढ़ते मामलों में ध्यान में रखकर देश के कई डॉक्टरों ने यह मानना शुरू कर दिया है कि तकनीक पर काफी हद तक निर्भर लाइफस्टाइल इसका प्रमुख कारण है। लगभग एक दशक पहले यह जानने के लिए अध्‍ययन किया गया था कि क्या मोबाइल फोन, लैपटॉप और यहां तक कि माइक्रोवेव्स से मनुष्य की प्रजनन क्षमता कम हो सकती है या नपुंसकता आ सकती है।

Also read : Shukranu Ki Sankhya Kitni Honi Chahiye in Hindi | शुक्राणु की संख्या कितनी होनी चाहिए

कई अध्‍ययनों में यह पाया गया है कि मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल और विद्युत चुंबकीय विकिरण से शुक्राणुओं की गतिशीलता पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। शुक्राणुओं की गतिशीलता से मतलब शुक्राणुओं की गतिविधि से संबंधित है। अगर शुक्राणुओं की गतिशीलता की स्थिति खराब है तो शुक्राणु उचित तरह से तैरते नहीं है, जिससे प्रजनन क्षमता में कमी या नपुंसकता की समस्या उत्पन्न होती है।

Causes of infertility | नपुंसकता का कारण हैं :

पुरुषों में प्रजनन क्षमता की कमी या नपुंसकता की उच्च दर के कारणों को समझना और इनका इलाज करना वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, माइक्रोवेव ओवन, टीवी, वाई-फाई, फोन टॉवर और रडार आदि गैर आयनकारी विकिरण अंडकोष या वृषण पर भी प्रभाव डालते हैं। इससे शुक्राणुओं की संख्या, उनके आकार और उनकी गतिशालता पर प्रभाव पड़ सकता है। इससे डीएनए, हार्मोन्स और एंटी ऑक्सिडेटिव एंजाइम को नुकसान पहुंच सकता है। How to increase sperm count

स्पर्म क्वालिटी को बेहतर बनाने के उपाय :

शुक्राणुओं की सेहत को बनाए रखने के लिए रात को आदर्श तरीके से अच्छी नींद लेना बहुत आवश्यक है। रात को सात से आठ घंटे तक सोना शुक्राणुओं की अच्छी क्वॉलिटी बनाए रखने के लिए जरूरी है। हर रात को सोने के लिए एक ही समय पर बेड पर जाने की कोशिश करना काफी अच्छा है। अगर रात को सोने के लिए आप अलग-अलग समय पर बेड पर जाते हैं तो इससे आपके शरीर की क्लॉक गड़बड़ा सकती है और पेट संबंधी और पाचन की समस्या पैदा हो सकती है।

गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल खतरनाक :

चलते हुए वाहन में मोबाइल का प्रयोग करने से बड़ी मात्रा में रेडिएशन होता है क्योंकि पूरे सफर के दौरान हैंडसेट सिग्नल और डेटा को मेंटेन करने की कोशिश करता है। कुछ अंतर्राष्‍ट्रीय विशेषज्ञ भी सफर के दौरान मोबाइल गैजेट्स से होने वाले रेडिएशन का प्रभाव कम करने के लिए इसका प्रयोग सीमित करने पर जोर दे रहे हैं।

इस बात का रखें विशेष ध्यान :

आपको यह बात ध्यान में रखनी होगी कि यहां मोबाइल का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करने के लिए नहीं कहा जा रहा है, बल्कि स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना मोबाइल के इस्तेमाल को कम करने करने का सुझाव दिया जा रहा है। मोबाइल के विकिरण से बचने के लिए हमें जागरूक होना होगा कि हमें अपना मोबाइल कहां रखना है। इसके हमारे जीवन पर सकारात्मक असर पड़ सकता है। इसी तरह जैसे बहुत से लोग अपना मोबाइल अपनी जेब में रखते हैं, इसकी जगह मोबाइल फोन को बैग में रखना मोबाइल से होने वाले रेडिएशन के असर को कम करने में मदद कर सकता है। How to increase sperm count

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है, यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है, अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से ज़रूर परामर्श करें, डी.एन.एस.आयुर्वेदा इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Facebook page: Click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

WhatsApp WhatsApp us