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Low Sperm Count | 6 reasons for low sperm count
यदि आप कंसीव करना चाहती हैं, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी आप विफल हो जाती हैं तो इसका बड़ा कारण आपके पार्टनर में स्पर्म काउंट की कमी भी हो सकती है। Low Sperm Count | 6 reasons for low sperm count
आजकल पुरुषों में ‘लो स्पर्म काउंट’ की समस्या बहुत आम होती जा रही है। इसलिए यदि आपके पार्टनर में इस समस्या के लक्षण दिखें, तो घबराएं नहीं क्योंकि काफी हद तक इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
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आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और कम शारीरिक गतिविधियों के कारण पुरुषों में ‘लो स्पर्म काउंट’ जैसी समस्या बहुत आम हो जाती है। कम स्पर्म काउंट की समस्या को मेडिकल टर्मिनोलॉजी में ओलिगोस्पर्मिया’ भी कहा जाता है।
WHO के अनुसार, लो स्पर्म काउंट एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें इजैक्युलेशन के दौरान निकलने वाले सीमन में शुक्राणु यानी ‘स्पर्म’ की संख्या कम होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रति मिलीलीटर सीमन में 15 मिलियन से कम स्पर्म होने की स्थिति को ‘लो स्पर्म काउंट’ की श्रेणी में रखा है।
लो स्पर्म काउंट के लिए ये 6 कारण हो सकते हैं जिम्मेदार | Causes of low sperm count :
लो स्पर्म काउंट के कारण | Causes of Low Sperm Count :
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1 वैरिकोसेले :
वैरिकोसेले एक ऐसी समस्या है, जिसमें स्क्रोटम में कुछ नसों का इज़ाफ़ा हो जाता है और यह नसें स्क्रोटम से ऑक्सीजन रहित रक्त को दूर ले जाती हैं। साथ ही स्क्रोटम में बढ़ी हुई यह नसें, टेस्टिकल्स को गर्म कर सकती हैं, जिससे स्पर्म प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है।
2 हार्मोनल असंतुलन | Hormonal Disturbance :
पुरुषों में ‘हॉर्मोनल इम्बैलेंस’ के कारण टेस्टोस्टेरोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होते हैं, जिसके कारण स्पर्म की प्रोडक्शन में प्रभाव पड़ता है और ‘लो स्पर्म काउंट’ की समस्या हो सकती है।
3 संक्रमण भी जिम्मेदार | Infections :
सेक्सुअल ट्रांसमिलटेड इंफेक्शन (एसटीआई) या एपिडीडिमाइटिस जैसे सेक्सुअल इंफेक्शन भी स्पर्म प्रोडक्शन और स्पर्म मोबिलिटी को प्रभावित करते है।
4 चोट भी हो सकती है कारण | Accidental :
किसी भी तरह की टेस्टिकल्स पर या शारीरिक तौर पर लगी चोट के कारण स्पर्म बनाने वाले क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
5 लाइफस्टाइल की कमियां | Lifestyle :
धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन, नशीली दवाओं का उपयोग और मोटापा जैसी लाइफस्टाइल की कमियां भी स्पर्म काउंट को कम करती है और लो स्पर्म काउंट की समस्या पैदा करती है।
6 आहार में पोषक तत्वों की कमी | Deficiency of nutrients :
स्पर्म काउंट की कमी का एक कारण आहार में पोषण की कमी भी हो सकता है। एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, जिंक और सेलेनियम जैसे खनिजों से भरपूर आहार शुक्राणुओं की संख्या में सुधार कर सकता है। फल, सब्जियाँ, नट्स और प्रोटीन जैसे खाद्य पदार्थ फायदेमंद होते हैं।
कैसे दूर होती है ये समस्या ? | How to get rid of low sperm count :
लो स्पर्म काउंट का उपचार कई कारणों पर निर्भर करता है, जिसमें जीवनशैली में बदलाव से लेकर मेडिकल ट्रीटमेंट भी शामिल है ।
1 लाइफस्टाइल में बदलाव | Change in lifestyle :
लाइफस्टाइल में बदलाव करके इस समस्या का बचाव किया जा सकता है। दैनिक कार्यों में सुधार इसके लिए बहुत जरूरी है।
2 स्वस्थ वजन बनाए रखें | Maintain healthy weight :
मोटापा हार्मोनल असंतुलन में योगदान करता है, जिससे शुक्राणुओं की संख्या कम हो सकती है। इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखने से इसमें मदद मिल सकती है।
3 आहार | Diet :
विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर संतुलित आहार खाने से शुक्राणु स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। जिंक, विटामिन सी, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें।
वीर्य में शुक्राणुओं की कमी और वीर्य का पतला होना पुरुषों के लिए गंभीर समस्या बन जाती है। इससे न केवल सेक्स लाइफ बल्कि संतान उत्पति में भी दिक्कत होती है। इसलिए इसे दूर करना जरूरी है। 5 Sexual Problems in men
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है, यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है, अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से ज़रूर परामर्श करें, डी.एन.एस.आयुर्वेदा इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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