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बच्चों के दूध की बोतल और सिपर में पाए गये खतरनाक रसायन – रिसर्च
अपने छोटे बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए पैरंट्स क्या-क्या नहीं करते हैं। उनकी सेहत के लिए मां-बाप हर छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखते हैं। उन्हें समय पर नहलाना, सुलाना या दूध पिलाना, बच्चों की हर जरूरत के लिए पैरंट्स हमेशा सतर्क रहते हैं। लेकिन अब एक रिसर्च में एक हैरानी वाली बात सामने आई है। जिस बोतल में आप बच्चे को दूध पिलाते हैं, उसमें खतरनाक केमिकल्स पाए गए हैं। Harmful chemicals found in baby bottle and sipper
बच्चों की दूध की बोतल और सिपर में जहरीला केमिकल बिसफेनाल-ए पाया गया है। टॉक्सिक लिंक ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि दिल्ली समेत देश के अलग-अलग राज्यों में बिक रही दूध की बोतल और सिपर बच्चों के लिए सेफ नहीं है। टॉक्सिक लिंक ने दूसरी बार यह स्टडी जारी की है। इससे पहले 2014 में भी इसी तरह की स्टडी की गई थी। इस स्टडी में साफ किया गया है कि बीआईएस (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।
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ताजा रिसर्च में अलग-अलग राज्यों से दूध बोतल और सिपर के 20 सैंपल लिए गए। इनमें 14 बोतल और 6 सिपर शामिल थे। यह सैंपल दिल्ली के अलावा गुजरात, राजस्थान, केरल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, मणिपुर से लिए गए। इनकी टेस्टिंग इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, गुवाहाटी में करवाई गई। स्टडी में सामने आया कि दूध की बोतल और सिपर में मौजूद बीपीए खाने में जा रहा है। इन सभी 20 सैंपलों में पहली बार में 0.9 पीपीबी और 10.5 पीपीबी मिला जबकि दूसरी बार में 0.008 पीपीबी और 3.46पीपीबी तक मिला है।
टॉक्सिक लिंक के असोसिएट डायरेक्टर सतीश सिन्हा के अनुसार इस तरह की पहली स्टडी 2014 में की थी, लेकिन अब इतने सालों बाद भी इस खतरनाक केमिकल की मौजूदगी चौंकाने वाली है। टॉक्सिक लिंक के प्रोग्राम को-र्डिनेटर डॉ. प्रशांत राजनकर ने बताया कि पॉली कार्बोनेट से बनी बेबी बॉटल पर बीआईएस ने 2015 में ही रोक लगा दी थी, लेकिन इसके बावजूद यह अब भी इंडियन मार्केट में उपलब्ध है।
Harmful chemicals found in baby bottle and sipper
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